Bones: हम सभी यह कहावत जानते हैं कि “स्वास्थ्य ही धन है”। लेकिन आज तरह-तरह की बीमारियाँ दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही हैं। ऐसे समय में आयुर्वेदिक चिकित्सा का महत्व बढ़ गया है। हड़जोड़ एक आयुर्वेदिक औषधि है जिसका उपयोग हड्डियों की समस्याओं से लेकर पेट की समस्याओं तक विभिन्न बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है।
अस्थि मज्जा क्या है? (Bones)
हॉर्सटेल एक आयुर्वेदिक औषधीय पौधा है। इस पौधे के विभिन्न भागों से विभिन्न औषधियाँ तैयार की जाती हैं। अस्थि रस, चूर्ण तथा तेल का प्रयोग विभिन्न रोगों के उपचार में किया जाता है।
अस्थि स्वास्थ्य लाभ
- हड्डियों की समस्या: ऑस्टियोआर्थराइटिस हड्डियों को जोड़ने में मदद करता है। हड्डी का रस या चूर्ण टूटी हुई हड्डी, मोच, अल्सर आदि में बहुत कारगर होता है।
- पेट की समस्या: अस्थि शोरबा पेट की गैस, सीने में जलन आदि को दूर करने में मदद करता है। यह पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है।
- घाव भरना: कीड़े के काटने या अन्य कारणों से हुए घावों को सुखाने में हड्डी का रस बहुत प्रभावी होता है।
- अन्य: हड्डियाँ शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने में मदद करती हैं । यह त्वचा के लिए भी फायदेमंद है।
हड्डियों का उपयोग करने के तरीके
- हड्डियों की समस्या: अलसी के तेल को हड्डी के रस में मिलाकर प्रभावित जगह पर लगाएं।
- पेट की समस्या : हड्डी के चूर्ण का चूर्ण दूध में मिलाकर पियें।
- घाव भरना : घाव पर हड्डी का रस लगाना चाहिए।
चेतावनी (Bones)
- अस्थि शोरबा का उपयोग करने से पहले हमेशा आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श लें।
- गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली महिलाओं, मधुमेह रोगियों और उच्च रक्तचाप के रोगियों को अस्थि शोरबा का उपयोग करने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।
- खाली पेट हड्डियां नहीं खानी चाहिए.
- याद रखें: अस्थि मज्जा एक आयुर्वेदिक औषधि है। हालाँकि यह कई बीमारियों के इलाज में कारगर है, लेकिन यह किसी भी बीमारी के इलाज का एकमात्र तरीका नहीं है। अगर आप किसी बीमारी से पीड़ित हैं तो किसी अच्छे डॉक्टर से सलाह लें।
- अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखें, स्वस्थ रहें।
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