Fundamentals of Pharmacology: **शांतिनिकेतन, भारत** – प्रसिद्ध शिक्षक और औषध विज्ञान के विशेषज्ञ डॉ. शंकर हरलालका ने कल शांतिनिकेतन मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में *”औषध विज्ञान के मूल सिद्धांत: एक गहन व्याख्यान”* शीर्षक से एक आकर्षक व्याख्यान दिया। संस्थान की चल रही शैक्षणिक संवर्धन श्रृंखला के भाग के रूप में इस सत्र में बड़ी संख्या में चिकित्सा छात्र, संकाय और स्वास्थ्य सेवा पेशेवर शामिल हुए।
अपनी आकर्षक शिक्षण विधियों के लिए जाने जाने वाले डॉ. हरलालका ने औषधीय सिद्धांतों, औषधि वर्गीकरण, क्रिया के तंत्र और नैदानिक अभ्यास में उनके अनुप्रयोगों का विस्तृत अवलोकन प्रदान किया। लाइव कक्षा सत्र में सैद्धांतिक चर्चाओं को व्यावहारिक अंतर्दृष्टि के साथ जोड़ा गया, जिससे जटिल वैज्ञानिक अवधारणाओं को वास्तविक दुनिया के चिकित्सा परिदृश्यों से जोड़ने की उनकी अद्वितीय क्षमता का प्रदर्शन हुआ।
**इंटरैक्टिव और शैक्षिक**
व्याख्यान में एक इंटरैक्टिव प्रश्नोत्तर खंड शामिल था, जिससे छात्रों को अपने संदेहों को स्पष्ट करने और केस-आधारित परिदृश्यों पर चर्चा करने का मौका मिला। डॉ. हरलालका ने साक्ष्य-आधारित चिकित्सा के महत्व और रोगी परिणामों को बेहतर बनाने में औषध विज्ञान की भूमिका का भी प्रदर्शन किया।
**छात्र प्रतिक्रिया**
प्रतिभागियों ने सत्र की स्पष्टता और प्रासंगिकता की प्रशंसा की। तीसरे वर्ष के एमबीबीएस छात्र ने कहा, “डॉ. हरलालका की शिक्षण शैली प्रेरणादायक है। वे जटिल विषयों को सरल बनाते हैं, जिससे उन्हें समझना आसान हो जाता है।” एक अन्य सहभागी ने कहा, “यह व्याख्यान न केवल जानकारीपूर्ण था, बल्कि व्यावहारिक भी था। यह निश्चित रूप से हमारे भविष्य के नैदानिक अभ्यासों में हमारी मदद करेगा।”
**चिकित्सा शिक्षा के लिए एक दृष्टिकोण**
डॉ. हरलालका ने बुनियादी ज्ञान के साथ व्यावहारिक शिक्षा को एकीकृत करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “औषधि विज्ञान प्रभावी चिकित्सा उपचार की रीढ़ है। मेरा लक्ष्य छात्रों को अपने ज्ञान को अपने चिकित्सा करियर में आत्मविश्वास के साथ लागू करने के लिए सशक्त बनाना है।”
शांतिनिकेतन मेडिकल कॉलेज भविष्य में इसी तरह के व्याख्यान और कार्यशालाओं की मेजबानी करने की योजना बना रहा है, जो शीर्ष स्तरीय चिकित्सा शिक्षा प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत करता है।
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