Your Website Title

Positive বার্তা (हिंदी)

A teamwork initiative of Enthusiastic people using Social Media Platforms

Homeस्वास्थ्यठंड में बुजुर्गों की देखभाल: स्वस्थ रहने के लिए जरूरी सुझाव

ठंड में बुजुर्गों की देखभाल: स्वस्थ रहने के लिए जरूरी सुझाव

Caring for the elderly in winter: बिगत कुछ दिनों से ठंड का असर बढ़ने लगा है और तापमान धीरे-धीरे नीचे गिर रहा है। ऐसे मौसम में सबसे ज्यादा परेशानी बुजुर्गों को होती है। ऋतु परिवर्तन के इस समय में शारीरिक समस्याएं बढ़ जाती हैं। जो लोग गठिया, अस्थमा, सीओपीडी, या हृदय रोग से ग्रस्त हैं, उन्हें ठंड के मौसम में खास परेशानी हो सकती है। ठंड में रक्तचाप में भी बदलाव होता है, और हृदय रोगियों को इससे विशेष रूप से सावधान रहना चाहिए। इस रिपोर्ट में हम बताएंगे कि शीतकाल में बुजुर्गों को स्वस्थ रहने के लिए किन खास नियमों का पालन करना चाहिए।

ठंड में प्रातःकाल की सैर से बचें

ठंड के मौसम में सबसे पहले यह ध्यान रखना चाहिए कि बुजुर्गों को प्रातः जल्दी बाहर जाने से बचना चाहिए। ठंड के कारण वे जल्दी बीमार पड़ सकते हैं, जिससे उनका स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। विशेष रूप से सुबह के समय जब तापमान बहुत कम होता है, तब बाहर जाना उनके लिए खतरनाक हो सकता है। इसलिए, 7 बजे के बाद ही बाहर निकलना बेहतर होता है। इसके अलावा, शाम को 3 बजे के बाद बुजुर्गों को बाहर निकलने के लिए प्रेरित किया जा सकता है, क्योंकि इस समय तापमान थोड़ा बढ़ जाता है। शाम के समय बाहर ज्यादा समय न बिताना भी बेहतर रहेगा।

जब भी बाहर जाएं, तो बुजुर्गों के पास मास्क जरूर होना चाहिए। ठंड के मौसम में वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है, और इससे श्वसन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए मास्क पहनना बहुत जरूरी है।

शीतकाल में धूप की महत्ता

जब भी बुजुर्ग बाहर जाएं, तो यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे गर्म कपड़े पहनें। ठंड से बचने के लिए विशेष रूप से टोपी, मफलर और मोजे पहनना जरूरी है। ठंड में हल्की धूप भी बहुत फायदेमंद होती है। सुबह या शाम की धूप बुजुर्गों के लिए फायदेमंद होती है क्योंकि यह शरीर को विटामिन D प्रदान करती है, जो हड्डियों को मजबूत बनाता है। इसके अलावा, ठंड में शरीर के विभिन्न हिस्सों में दर्द और सूजन की समस्या बढ़ जाती है, लेकिन धूप में कुछ समय बिताने से इन समस्याओं में आराम मिल सकता है।

ठंड में आहार पर विशेष ध्यान दें

ठंड के मौसम में आहार का सही होना बहुत महत्वपूर्ण है। इस मौसम में हल्का और सुपाच्य भोजन ही करना चाहिए। भोजन को ज्यादा भारी न करके छोटे-छोटे अंतराल में कई बार खाना बेहतर होता है। ठंड में बाजार में बहुत सारी हरी सब्जियां उपलब्ध होती हैं, जिन्हें डाइट में शामिल करना चाहिए। हरी पत्तेदार सब्जियां, गाजर, शलरी, मटर आदि को भोजन में शामिल किया जा सकता है। इसके अलावा, एक या दो कप चावल, एक कटोरी दाल, और उबली हुई या तली हुई सब्जियों का सेवन करना अच्छा रहता है। मांसाहारी लोग मांस के साथ सब्जी डालकर स्टू बना सकते हैं। तेल का सेवन कम से कम करना चाहिए और खाने में नमक और चीनी की मात्रा को घटाना चाहिए। खाने के बाद दही खाना स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है।

इसके अलावा, मूसंबी, नींबू या अन्य खट्टे फल खाना भी फायदेमंद रहता है, जो शरीर के पाचन को दुरुस्त रखते हैं। रोजाना डाइट में ड्राई फ्रूट्स भी शामिल करें, जैसे एक खजूर, दो अखरोट, दो काजू, किशमिश आदि। ये सब शरीर को ऊर्जा और आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करते हैं।

रक्तचाप की नियमित निगरानी

ठंड के मौसम में रक्तचाप की समस्या बढ़ जाती है, क्योंकि ठंड से रक्तवाहिनियां संकुचित हो जाती हैं और इससे रक्तचाप में बदलाव हो सकता है। गर्मियों के मुकाबले ठंड में रक्तचाप सामान्यतः कम होता है। इस कारण से, बुजुर्गों को रक्तचाप की नियमित निगरानी करनी चाहिए। यदि वे उच्च रक्तचाप या निम्न रक्तचाप से पीड़ित हैं, तो उनका रक्तचाप नियमित रूप से मापना जरूरी है।

नियमित व्यायाम

बुजुर्गों को शीतकाल में भी नियमित रूप से व्यायाम करना चाहिए। व्यायाम से शरीर मजबूत और स्वस्थ रहता है, और शारीरिक गतिविधियों से शरीर में रक्तसंचार भी बेहतर होता है। हालांकि, ठंड के मौसम में बाहर जाने से बचना चाहिए, लेकिन घर पर हलका व्यायाम या योगा किया जा सकता है। जो बुजुर्ग व्यायाम में सक्षम नहीं हैं, उन्हें कम से कम हलके-फुलके काम जैसे बैठने और खड़े होने की आदत डालनी चाहिए। यदि श्वसन संबंधी कोई समस्या हो, तो व्यायाम करते समय इनहेलर पास रखना चाहिए।

दवाओं के सेवन में सतर्कता

बुजुर्गों को अक्सर कई प्रकार की दवाइयां लेनी पड़ती हैं। यदि वे कई दवाओं का सेवन करते हैं, तो उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे अपनी दवाएं सही समय पर ले रहे हैं और दवाओं का सेवन डॉक्टर की सलाह के अनुसार हो रहा है। खासतौर पर जिन बुजुर्गों को अस्थमा, सियोपिडी, उच्च रक्तचाप, हृदय रोग या अन्य पुरानी बीमारियों का सामना करना पड़ता है, उन्हें दवाओं के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए और नियमित रूप से जांच करवानी चाहिए।

शीतकाल में स्वास्थ्य की सावधानियाँ

बुजुर्गों के लिए ठंड का मौसम चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन सही देखभाल और सावधानी बरतने से वे स्वस्थ रह सकते हैं। गर्म कपड़े पहनने, सही आहार लेने, रक्तचाप की निगरानी रखने, और नियमित व्यायाम करने से बुजुर्गों की सेहत बेहतर बनी रहती है। इसके अलावा, परिवार के सदस्य और स्वास्थ्यकर्मी इन समस्याओं में बुजुर्गों की मदद करें, ताकि वे इस मौसम में भी अच्छे से अपना जीवन जी सकें।

इन उपायों को ध्यान में रखकर हम ठंड के मौसम में बुजुर्गों के स्वास्थ्य का ध्यान रख सकते हैं और उन्हें सुरक्षित और स्वस्थ रख सकते हैं।

और पढ़ें: शांतिनिकेतन मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में डॉ. नम्रता चट्टोपाध्याय द्वारा बायोकेमिस्ट्री पर कक्षा प्रस्तुति

RELATED ARTICLES

1 COMMENT

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments